निबन्ध सतर्क भारत समृद्ध भारत Essay on Satark Bharat Samridh Bharat

देश और समाज हमेशा कई प्रकार के खतरों से जूझ रहा होता है; इनमें से कई खतरे तो दिखाई देते हैं परंतु कई ऐसे खतरे भी होते हैं जो अदृश्य होते हैं । दिखाई देने वाले खतरों के बारे में जानना समझना और उनका सामना करना आसान होता है, लेकिन जो खतरे अदृश्य होते हैं यानी कि दिखाई नहीं देते…